आ भी जाओ की जिंदगी कम है, तुम नहीं हो तो हर खुशी कम है (Aa bhi jao ki zindgi kam hai, Tum nahi ho to har khushi kam hai)- By Dhiraj Kant


आ भी जाओ की जिंदगी कम है, तुम नहीं हो तो हर खुशी कम है (Aa bhi jao ki zindgi kam hai, Tum nahi ho to har khushi kam hai)- By Dhiraj Kant

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